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भारत के नए संसद भवन को सिग्निफाई ने किया रौशन

नई दिल्ली : लाइटिंग क्षेत्र में विश्व की प्रमुख कंपनी, सिग्निफाई (Signify) (यूरोनेक्स्ट: लाइट) ने टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के सहयोग से भारत के नए संसद भवन को सफलतापूर्वक रौशन किया है। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने ईपीसी आधार पर मुख्य कॉन्ट्रैक्टर के रूप में इस प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन किया है। 1200 से अधिक फिलिप्स ल्यूमिनेयर्स का उपयोग करके कंपनी ने त्रिकोण आकर की नवनिर्मित विशाल इमारत के कई प्रमुख हिस्सों, जैसे- अशोक स्तंभ के बाहरी अग्रभाग और इंटीरियर्स को रौशन किया है।

अशोक स्तंभ, कांस्य से निर्मित एक राजसी संरचना है, जो 6.5 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इसे इस तरह से रौशन किया गया है कि इस पर पड़ने वाली रोशनी इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व को कई गुना बढ़ा देती है। अग्रभाग की रोशनी त्रिकोण आकर के संसद भवन की जटिल जालियों, शीर्ष पर बाहरी पैरापेट, तीन औपचारिक द्वारों और बाहरी बालकनियों पर बेहद खूबसूरती से प्रकाश डालती है। यह रोशनी 1.6 करोड़ रंगों का उत्पादन करने की क्षमता से परिपूर्ण है। कंपनी ने एचडीटीवी प्रसारण के लिए लोकसभा और राज्यसभा के मुख्य कार्यात्मक इंटीरियर की प्रकाश व्यवस्था भी संभाली है। इसके अतिरिक्त, राज्यसभा और लोकसभा कक्षों में पैनल्स के लिए बैक लाइटिंग के अलावा, स्वागत कक्ष और कार्यालय क्षेत्रों के लिए अद्भुत प्रांगण और सामान्य प्रकाश व्यवस्था को भी सिग्निफाई ने बखूबी संभाला है।

इस प्रोजेक्ट के बारे में बोलते हुए, सुमित जोशी, सीईओ, सिग्निफाई- साउथ एशिया, ने कहा, “हमें अपने इनोवेटिव लाइटिंग सॉल्यूशन्स के माध्यम से इस प्रतिष्ठित संरचना को रौशन करने के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। यह नवीनतम गतिशील प्रकाश व्यवस्था आधुनिकता के साथ परंपरा का सहज मिश्रण है, जो वास्तुशिल्प प्रतिभा के प्रतीक के रूप में नए संसद भवन की भव्यता को बेहद शालीनता से प्रकट करती है। इतना ही नहीं, यह नई प्रकाश व्यवस्था ऊर्जा कुशल भी है, जो इन इमारतों को इन्हें देखने वालों के लिए एक विशिष्ठ और आकर्षक स्थान बनाने का वादा करती है। इस शानदार इमारत का हर एक कोना उत्कृष्टता के प्रति हमारी टीम के समर्पण भाव और प्रतिबद्धता को बारीकी से दर्शाता है, क्योंकि उन्होंने इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए दिन-रात काम किया है।”

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