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दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा और ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे

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नई दिल्ली, 24 जनवरी : गरीबों व वंचितों की सशक्त आवाज, सामाजिक समरसता के प्रतीक एवं कुशल राजनीतिज्ञ, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जन नायक स्वर्गीय “कर्पूरी ठाकुर जी” की 100वीं जन्मजयंती और उन्हें भारत रत्न मिलने के अवसर पर भाजपा दिल्ली प्रदेश ओबीसी मोर्चा द्वारा भाजपा प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गयी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव ने महामहिम राष्ट्रपति जी और आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ओबीसी समाज की ओर से हार्दिक आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि स्व. कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न के हकदार थे और प्रधानमंत्री ने इस बात को स्वीकार कर उनकी 100वीं जयंती पर भारत रत्न देकर सच्ची श्रद्धांजलि दी है।

वीरेंदर सचदेवा ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और बिहार राज्य के दो बार मुख्यमंत्री और एक बात उपमुख्यमंत्री रह चुके है। दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता और समाजिक न्याय के पुरोधा महान जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार प्रकट करता हूँ। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी वर्ष पर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय उनके अथक संघर्षों को सच्ची श्रद्धांजलि है।

सचदेवा ने कहा कि इस निर्णय से युवा पीढ़ी भी कर्पूरी ठाकुर जी के महान योगदान को जान पाएगी। पिछड़ों और वंचितों के उत्थान के लिए कर्पूरी ठाकुर जी के दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ी है।

सुनील यादव ने कहा जननायक कर्पूरी ठाकुर अपने दो कार्यकाल में उन्होंने जिस तरह की छाप बिहार के समाज पर छोड़ी है, वैसा दूसरा उदाहरण नहीं दिखता। ख़ास बात ये भी है कि वे बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने ढाई महीने जेल में बिताए थे। बेदाग छवि के कर्पूरी ठाकुर आजादी से पहले 2 बार और आजादी मिलने के बाद 18 बार जेल गए। सुनील यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस निर्णय से देश के पूरे ओबीसी समाज में खुशी का माहौल है।

उनकी कोशिशों के चलते ही मिशनरी स्कूलों ने हिंदी में पढ़ाना शुरू किया और आर्थिक तौर पर ग़रीब बच्चों की स्कूल फी को माफ़ करने का काम भी उन्होंने किया था। वो देश के पहले मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने अपने राज्य में 10वीं तक मुफ्त पढ़ाई की घोषणा की थी।

इस अवसर पर दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा के सह-प्रभारी महक सिंह, रामखिलाड़ी यादव सहित मोर्चा के तीनों महामंत्री, उपाध्यक्ष, मंत्री व मीडिया के सभी पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

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