बीमा के क्लेम प्रोसेस को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए पॉलिसीबाजार ने गुरूग्राम में अपने विशेष कार्यक्रम ‘इंश्योरेंस का सुपरहीरो’ के तीसरे संस्करण का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पॉलिसीबाज़ार के कई ग्राहक भी उपस्थित थे जिन्होंने अपने विवादित या अस्वीकृत क्लेम का प्रत्यक्ष अनुभव सुनाया और बताया कि किस प्रकार से पॉलिसीबाज़ार की टीम ने उन्हें मंजूरी दिलाने में मदद की। इन ग्राहकों ने जरूरत के समय पर अपनी मदद के लिए आए सलाहकारों का अभिनंदन किया।
पॉलिसीबाजार के सीईओ सरबवीर सिंह ने दर्शकों को संबोधित किया और मुश्किल समय में तुरंत और प्रभावी क्लेम सहायता के महत्व की ओर सबका ध्यान खींचा। उन्होंने कहा, “हर क्लेम के पीछे एक परिवार की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति, अस्पताल में भर्ती होने और भारी मेडिकल बिल से जूझने की कहानी है। ऐसे समय में बीमा कम से कम वित्तीय जरूरतों का ख्याल रख सकता है ।
पॉलिसीबाजार के सीएमओ साई नारायण ने बताया, कैसे पॉलिसीबाजार ने प्रक्रिया का शुरू से अंत तक का स्वामित्व लेकर अपनी स्थापना के बाद से ही स्वास्थ्य बीमा क्लेम का रूप बदल दिया है साथ ही इसके बाद पॉलिसीबाजार में रिनुअल और क्सटमर सर्विस के हेड, जितिन जैन ने पॉलिसी धारक के बीमा के इस पूरे सफर में क्लेम को सबसे महत्वपूर्ण बिंदु और बीमा में निवेश करने का सबसे पहला कारण बताया।
बता दें कि प्रारंभिक कॉल से लेकर फाइनल सेटलमेंट तक, पॉलिसीबाजार ग्राहकों को दस्तावेज़ संग्रह से लेकर अस्पतालों में ऑन-ग्राउंड समर्थन करने जैसे सभी कार्यों में सहायता करता है। सिर्फ टैक्नोलॉजी ही नहीं, कंपनी बीमा दावे जैसी व्यक्तिगत चीज़ में मानवीय संबंध के महत्व को भी समझती है।
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