नई दिल्ली, देश में बाल यकृत प्रत्यारोपण (Pediatric Liver Transplant) के क्षेत्र में अपोलो अस्पताल ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। 600 सफल प्रत्यारोपण पूरे करने के मौके पर अस्पताल ने एक विशेष किताब ‘Transplanting Hope’ लॉन्च की है जिसे वरिष्ठ बाल यकृत रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुपम सिब्बल और डॉ. स्मिता मल्होत्रा ने लिखा है। इस किताब में उन 25 बच्चों की सच्ची कहानियां हैं जिन्होंने गंभीर बीमारी से जूझते हुए प्रत्यारोपण के बाद नया जीवन पाया है।
इस किताब की भूमिका भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने लिखी है जिसमें उन्होंने लिखा कि ये सिर्फ चिकित्सा विज्ञान की कहानियां नहीं हैं बल्कि इंसानी जिजीविषा और साहस की गाथाएं हैं।
बता दें कि अस्पताल के प्रबंध निदेशक पी. शिवकुमार ने कहा, “यह उपलब्धि सिर्फ अपोलो अस्पताल की नहीं, बल्कि पूरे भारतीय स्वास्थ्य जगत की उपलब्धि है।
पुस्तक के लेखक और अपोलो समूह के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अनुपम सिब्बल कहते हैं, “जब किसी बच्चे का जीवन एक धागे पर टिका हो तो यह एहसास होता है कि डॉक्टर होना सिर्फ विज्ञान तक सीमित नहीं है।
नई दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स की वरिष्ठ बाल चिकित्सा गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट एवं हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. स्मिता मल्होत्रा ने कहा कि यह किताब सिर्फ सफलताओं की दास्तान नहीं है, बल्कि उन पीड़ादायक क्षणों को भी सामने लाती है ।
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के मुख्य लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. नीरव गोयल ने कहा, “यह पुस्तक हमारे दैनिक कार्यों के सार को खूबसूरती से प्रस्तुत करती है ।
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